सामुदायिक सहभागिता
शिक्षा न केवल स्कूलों में बल्कि परिवारों, समुदायों और समाज में भी होती है। प्रत्येक समूह द्वारा ली जाने वाली विभिन्न स्तरों की जिम्मेदारियों के बावजूद, कोई भी बच्चों को शिक्षित करने की 100 प्रतिशत जिम्मेदारी लेने वाला एकमात्र अभिकर्ता (प्रतिनिधि) नहीं हो सकता है। बच्चों के समग्र विकास और शिक्षा प्रणाली के समग्र सुधार के लिए शिक्षा में सामुदायिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। जब स्कूल विभिन्न समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हैं, तो इससे स्कूल और पूरे समुदाय को लाभ होता है। यह बच्चों की शिक्षा के प्रति साझा जिम्मेदारी और स्वामित्व की भावना पैदा करता है, जिससे बेहतर परिणाम मिलते हैं और विद्यार्थियों का प्रदर्शन बेहतर होता है।